
सोशल मीडिया को राजनीतिक दल जमकर उपयोग कर रहे हैं। एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का यह बड़ा माध्यम बन गया है। छत्तीसगढ़ भाजपा के नेताओं ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भूपेश सरकार पर हमला बोला। राजस्व विभाग के पटवारी द्वारा खुलेआम रुपये मांगने पर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि भ्रष्टाचार ही भ्रष्टाचार, जमीन कागजात के लिए अवैध वसूलीदर 5000 रुपये तो सीमेंट, कोयला, रेती, शराब व गांजा की अवैध वसूली में कितने शून्य लगते हैं, इसका अनुमान लगाना कठिन है? भूपेश है तो भरोसा है। अब यह टैग लाइन क्या माफियाओं के लिए ही हो गई है?
इधर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने तखतपुर क्षेत्र के पिथमपुर में सेंट्रिंग खोलने के दौरान पानी टंकी गिरने की घटना पर भूपेश सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि प्रत्यक्ष को प्रमाण की आवश्यकता नहीं होती। भूपेश राज में भ्रष्टाचार भी इतना प्रत्यक्ष है कि नवनिर्मित पानी टंकी, सरकारी भवन सब बनते ही जर्जर हो जाते हैं। एक और ट्वीट में विष्णुदेव साय ने लिखा कि अपने ही पैसों के लिए दरबदर भटकने वाले किसान का दर्द वो सरकार क्या समझेगी जिसे कुर्सी पर बैठे बिठाए कमीशन मिल रहा है। बस डेढ़ साल और यही किसान धान के साथ-साथ धनिया भी बोएगा।
किम जोंग के नक्शे कदम पर चल रही कांग्रेस सरकार
विष्णुदेव साय ने कहा कि कांग्रेस भ्रष्टाचार में डूबी है। भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलने पर अनुशासनहीनता माना जा रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनकी कांग्रेस तानाशाह किम जोंग के नक्शे कदम पर चल रही है। साय ने कहा कि अंग्रेजी हुकूमत की तर्ज पर भूपेश एक्ट लाया गया है, ताकि कोई भी सरकार के अत्याचार और भ्रष्टाचार का विरोध न कर सके। छत्तीसगढ़ में केवल भ्रष्टाचार को छूट है। माफियाराज और अपराध की छूट है, बाकी सब पर पाबंदी है। युवा आयोग के सदस्य अजय सिंह को 6 साल के लिए कांग्रेस से निष्कासित करने पर साय का यह बयान आया था।














